ज़रा सुकून के लिए हम खामोश क्या हुए…. लोग तो हमारे जूनून पर ही शक करनें लगे। Awa हाँ तो कौन कह रहा था कि माही बूढ़ा हो गया है , माही में अब फुर्ती नहीं बची है , उन्हें अब क्रिकेट खेलने से संन्यास ले लेना चाहिए। अब ज़रा कोई किसी MSdian से ये कह कर देखो। यकिनन जिसने भी कल का MI vs CSK का मुकाबला देखा होगा ,अब वो ये कतई नहीं कहेगा।
नहीं..नहीं मतलब समझ क्या लिया था मिस्टर फिनिशर को , मतलब की यार शेर थक के आराम करने क्या बैठ गया , कुछ लोगो ने उसे बीमार ही समझ लिया । सोचा शेर तो अब कमज़ोर हो गया है अब क्या कर पायेगा, पर बेटा शेर बूढ़ा भी हो जाए न उसकी एक दहाड़ जंगल हिलाने के लिए काफी होती है ….समझे….। वैसे बताने की जरुरत तो कोई नहीं है कल का मैच देख के सब समझ ही गए होगे 😎😎। KKR के खिलाफ लगाए अर्धशतक को जो लोग एक तुक्का समझ रहे थे कल हमारे माही ने उन सब की आँखे चौंन्धियाते हुए जो मैच फिनिश किया है न तो बस उन लोगो की आँखों के साथ साथ हाथ भी जी भर के खुले होंगे। आखिरी ओवर में जब 17 रन चाहिए थें तो ये नामुमकिन लग रहा था , ज्यादा आशा तो नहीं बची थी सिर्फ एक ही उम्मीद थी । CSK के captain के अनुसार कहें तो ” हमारी एकलौती उम्मीद बस माही भाई ही बचें थें।
यही तो वो उम्मीद है जड्डू सर , जो अँधेरे में भी रौशनी फैला देती हैं , और सिर्फ इसी और सिर्फ इसी की चमक के लिए हम जैसे MSdian क्रिकेट देखते हैं। हाँ तो जब 17 रन बनाना नामुमकिन लग रहा था उस वक्त क्रीज पर थे नामुमकिन को मुमकिन करने वाले धोनी , बाकी का हाल तो अब आप सभी समझ ही गए होंगे कि आखिरी ओवर में मैच MI vs CSK लगकर MI vs MAHI लग रहा था, और आखिरी में चौके से मैच फिनिश करके तो बस हम जैसे धोनी फैन्स की kidney , liver जीत लिए ( दिल तो पहले ही जीत चुकें हैं न 😁😁)।
इस मैच के मुंबई के 17 ओवर में माही ने जो फील्डिंग सजाई शिवम दुबे को स्ट्रेट लॉन्ग ऑन पर लगाया तो केरोन पोलार्ड की कैच सीधा दुबे की हथेलियों में जाके डूब गई ,और इस तरह कल धोनी ने फिर से साबित कर कि वो सिर्फ बैट से ही कहर नहीं बरसाते बल्कि दिमाग भी ज़हर जितना तेज़ चलातें हैं। तो Dear Dhoni haters , मैं बताना चाहती हूँ कि MS तो गेंद को बहुत प्यार से सिर्फ बैट टच करतें हैं गेंद खुद ही बांउड्री पार जाना खुद का सौभाग्य समझती है तो इसमें उनका क्या कुसूर है यार?
जैसा की 2022 के आईपीएल के पहले मैच में धोनी ने पचासा जमाया और कल 13 गेंदों पर नाबाद 28 रन की पारी खेली उससे उन्होंने आलोचकों को मुँहतोड़ जवाब दिया है और साफ बता दिया है BCCI को भी कि अब कोई दूसरा माही वो नहीं तैयार कर पाएंगे क्योंकि माही बनाया नहीं जाता ये पैदा होता है 😎😎 । हिम्मत से , हौंसले से जूनून ,से संघर्ष से , दिमाग से ,दिल से, प्रेम से , शान्त स्वभाव से माही पैदा होता है। और माही सिर्फ एक ही है अब कोई दूसरा माही … मुमकिन नहीं….।
Always MSdians.