Laal Diary ‘ A spooky horror story last part

 कबीर को देख कर सान्या और भी डर गयी , शायद अब उर्वी भी जिंदा ना बची हो ! लेकिन सान्या जिंदा रहना चाहती थी मौत उसके आँखों के सामने थी लेकिन फिर भी वो जीना चाहती थी। कबीर आगे बढ़ा तो सान्या उसे धक्का देकर भाग निकली,पीछे से कबीर भी उसका नाम लेकर दौड़ा … Read more

‘Laal Diary ‘ A spooky horror story part-7

 एडवर्ड, उसकी पत्नी और चार बच्चें जिनमें 2 महीनें की उसकी बेटी भी शामिल थी, अचानक ही काल के गाल में समा गएँ। सान्या सोच रही थी कि जब उसके सारे बच्चे मर गएँ थें तो उसके दादाजी कैसे बच गएँ ? ये जानने के लिए वो डायरी के आखिरी के तीनों पेज पढ़ना चाहती … Read more

‘Laal Diary ‘ A spooky horror story part-5

 मैं कैसे यकीन दिलाऊं कि ये मैंने नहीं किया है तुम दोनों मुझ पर भरोसा क्यों नहीं करते? सान्या रोने लगी लगभग ।         हम कर लेंगे लेकिन पुलिस तो नहीं करेगी ना ! जब वो तुमसे पूछेगी कि बताओ इस लड़के की लाश तुम्हारे घर में, तुम्हारे कमरे में कैसे आयी तो … Read more

‘Laal Diary ‘ A spooky horror storys part-3

 जैसे ही विक्रांत की तबियत की खबर मिली सारे दोस्त दौड़ते हुए हॉस्पिटल पहुँचे,उन्हें डर लगा था कि विक्रांत के साथ कुछ बुरा ना हो जाएँ लेकिन विक्रांत के साथ बुरा नहीं बहुत बुरा हुआ।  पायल की चीखों से हॉस्पिटल का कॉरिडोर बिलकुल कांप जा रहा था, जैसे ही सारे दोस्त वहाँ पहुंचे तो पायल … Read more

‘Laal Diary ‘ A spooky horror story part- 2

 सान्या ने दुलार से फटकार लगाते हुए पायल को चुप कराया। अरे ऐसे थोड़े करतें हैं पागल,कितनी छोटी हिम्मत की है तू मुझे तो समझ नहीं आता कि वीकू को तुझमें ऐसा क्या दिख गया जो तेरे पीछे पागल हो गया उसे हमेशा से ही बहादुर लड़कियां पसंद रही हैं और तू हैं एक नंबर … Read more

“खगम” सत्यजित रे की हॉरर कहानी

 कुछ मिनटों से मेरी ओर ओर अपलक ताक रहे हैं। मैं हैरत में आकर देखता हूँ, उनकी पलकें एक बार भी नहीं झपकती हैं। इस बीच उनकी जीभ कई बार होंठों की फाँक से बाहर निकल चुकी है। उसके बाद उन्होंने फुसफुसाकर कहा, ‘बाबा बुला रहे हैं- बालकिशन! बालकिशन! बाबा बुला रहे हैं…. बालकिशन … … Read more

बाल दिवस विशेष: सदानंद की छोटी सी दुनिया A psychological story

 मैंने छलांग लगाई और छिकु के बालों को कसकर पकड़ लिया और फिर उसके सिर को झंदु की दीवार से चार-पाँच बार जोरों से टकरा दिया। उसके बाद जब मैंने छिकु को छोड़ा तो वह रोता हुआ अपने घर की तरफ चला गया। मैं जब घर पहुँचा, उसके पहले ही छिकु शिकायत पहुँचा गया था। … Read more

बाल दिवस विशेष: सदानंद की छोटी सी दुनिया A psychological story

 आज मेरा मन खुश है, इसलिए सोचता हूँ, तुम लोगों को राज की बात बता दूँ।जानता हूँ, तुम लोग मेरी बात पर यकीन करोगे। तुम लोग इन लोगों के जैसे नहीं हो । इन लोगों का ख्याल है, मेरी सारी बातें झूठी और बनावटी हैं। यही वजह है, मैं इन लोगों से अब बातचीत ही … Read more

‘फ्रिंस’ एक अद्भुत व भयानक रचना, An amazing and terrible creation frince. last part

 पिछले भाग में आपने पढ़ा , जयंत शंकर को बताता है कि उसकी पुतली को कुत्तों ने नोच डाला था जिसके बाद वो उस पुतली को देवदारु के नीचे दफन कर देता है। फ्रिंस की कहानी खत्म हो जाने के बाद दोनों रात के 10 बजे सोने चलें जाते हैं। आधी रात को शंकर की … Read more

फ्रिंस’ एक अद्भुत व भयानक रचना, An amazing and terrible creation frins.

 अभी तक आप लोगों का पढ़ा कि बचपन के दो दोस्त शंकर और जयंत राजस्थान गए हैं छुट्टियां मनाने । जहां जयंत बूँदी शहर को चुनता है सबसे पहले घूमने के लिए क्योंकि वहाँ जयंत बचपन में रह चुका था। जयंत शंकर को अपने बचपन की बातें बता रहा था कि अचानक उसे एक पुतली … Read more