पिछले भाग में कहानी पहुंची थी सिड और लीना की दोस्ती तक । सिड और लीना में थोड़ी बहस भी हुई लीना ने उससे सवाल किया कि वो रश्मि से शादी के लिए कैसे राजी हो गया तो उसने कहा कि रश्मि उसकी हर बात मानती है इस लिए। इस पर लीना कहती है कि हर बात मानने वाली लडकियां इश्क़ करने के लिए अच्छी नहीं होतीं। अब आगे –
तुम्हें ऐसा क्यूँ लगता है भला ?
ऐसा लगता है क्योंकि ऐसा ही है। कुछ लड़कों की आदत में शुमार होता है लड़कियों को तुरंत अपनी तरफ खींच लेतें हैं जैसे कि तुम कुछ लड़कियों की आदत होतीं हैं वो तुरंत ऐसे लड़कों पे दिल हार जाती है और उसकी हर बात मानने लगती हैं जैसे कि रश्मि जैसे कि …. ये लडकियां न अपना वजूद इसी जी हुजूरी में गुलाम बना कर रख देती हैं और…..
कहना क्या चाहती हो? सिड ने लीना की बात को बीच में ही काट दिया।
अरे यार तुम तो नाराज हो गए मेरा मतलब ये नहीं…
कुछ भी मतलब हो लेकिन तुमने मुझे इंडिकेट क्यों किया तुम्हें क्या लगता है कि मैं लडकियां घुमाता हूँ?मैंने विन्नी के बाद बस रश्मि से….
बस वहीं तो ।
कहना क्या चाहती हो तुम ?
यही कि मैं जानती हूँ कि रश्मि से क्यूँ प्यार किया तुमने लेकिन अगर थोड़ा वेट करतें मेरा तो तुम को दोनों ही चीजें मिलती , रूप भी और रुपया भी। इतना कहतें हुए वो नीचे जाने के लिए बढ़ गई।
तुम्हें क्या लगता है रश्मि से मैंने पैसे के लिए प्यार किया है ? कितनी घटिया सोच है तुम्हारी । सिद्धांत पीछे से गुस्से में बोलता है पर लीना कुछ नहीं कहती रूकती है और पलट के उसे मुस्कुराते हुए देखती है और फिर सीढ़ियों की तरफ बढ़ जाती है।
रश्मि के घर से आए सिद्धांत को हफ्ते भर लगभग हो गया है पर वहाँ से आने के बाद बहुत अधेड़ बुन में रहने लगा हैं काफी उलझा हुआ ऐसा लगता है किसी निर्णय पर पछ्ता रहा हो। रश्मि से अक्सर बात होती रहती है और लीना से भी । एक दिन रश्मि ने उसे बताया था कि श्री ने उससे कहा है कि वो सिड को छोड़ दे क्योंकि उसे करेक्टर पर शक है , श्री ने ये भी कहा था था डैडी से वे अपनी तरफ से की रिश्ता तोड़ दे।लीना ने जब ये पता चला कि उनके डैडी ने उसपर नज़र रखने को दो आदमी लगाए हैं तब से वो और ज्यादा परेशान रहने लगा। उसे हर वक्त लगता कि कोई उसका पीछा कर रहा है। उसे बस तब ही थोड़ी राहत महसूस होती जब वो रश्मि के घर पर होता या लीना से बात कर रहा होता।
वो जब भी उन दोनों के घर पहुँचता तो ये बात अक्सर नोट करता कि जब रश्मि से बात करता है तो लीना भी जलती है और श्री भी। वो दोनों किसी न किसी बहाने उन्हें डिस्टर्ब करने आतें रहतें हैं लेकिन जब वो लीना के साथ होता हैं तो न रश्मि और न श्री ही उन्हें देखने आतीं हैं न जलतीं हैं। उसे ऐसा महसूस होने लगा कि शायद रश्मि समझ गई है कि वो उसके लिए परफेक्ट नहीं है शायद लीना और श्री ने मिलकर उसे ये अहसास करा दिया है कि वो उन दोनों से कम खूबसूरत है और ये भी समझने वाली बात है कि लीना उन दोनों में सबसे बड़ी है तो शादी उसकी होनी चाहिए।
उन तीनों के डैडी भी अब सिड से ऐसे बोलते हैं जैसे कि वो सिर्फ उनके दोस्त का बेटा हो बस । हालांकि पहले से ज्यादा प्यार देते है उसे वो जब भी घर जाता है उस दिन वो ऑफिस नहीं जातें।
एक दिन रश्मि के डैडी का फोन आया और उन्होने कहा कि रश्मि की सहमति से वो ये रिश्ता खत्म कर रहें हैं,क्योंकि रश्मि को लगने लगा है कि वो उससे नहीं प्यार करता किसी और से करने लगा है । उसके बाद सिड पूरी तरह समझ गया की पूरी फैमिली चाहती हैं कि वो लीना से शादी कर ले ।
अब सिद्धांत भी लीना को बहुत चाहने लगा था। जब भी उधर से गुजरता तो उससे मिलने जरूर जाता। सिड ने आप ही महसूस किया था कि वो रश्मि के साथ जितना uncomfortable feel करता था उतना ही लीना उसे अपनी लगती थी। सिड को लीना इतनी खूबसूरत लगती थी कि वो उसे लगातार देखता रह सकता था। लीना कभी भी मेकअप नहीं करती थी न ही कोई भारी भरकम कपड़े ही, लेकिन उसकी सादगी ही जानलेवा थी। रश्मि की तरह बात बे बात रूठना नहीं आता था उसे , न ही रश्मि की तरह वो उसकी जी हुजूरी करती। एक दिन भी अगर सिड लीना से बात न करें तो उसे बैचैनी होने लगती थी ये न कभी रश्मि के मामले में हुआ न कभी विन्नी के मामले में। वो कभी-कभी डर जाता है क्योंकि लीना कभी-कभी इस अंदाज में बात करती है जैसे वो उसके दिल से खेल रही हो …. नहीं मैं उसे नहीं खो सकता … ऐसा आत्म चिन्तन करके सिड ने सोच लिया कि दो दिन के अंदर ही वो उसके डैडी से बात करके लीना का हाथ माँग लेगा।
तो ..वो कौन थी ? की कहानी आज बस यही तक । मुझे ये तो नहीं पता कि क्या वो अपने और लीना की शादी की बात कर पायेगा या नहीं ? लेकिन इतना जरूर पता हैं कि अगले भाग में सीड के साथ-साथ आपको भी तगड़े झटके का एहसास होगा । आगे की कहानी में सिद्धांत के अन्दर खौफ भरने वाला है, और आप लोग हैरान होने वालें हैं।
इंतजार कीजिये एक तगड़े वाले twist का , मिलते है तो वो कौन है? के 6वे भाग में।