T-20 वर्ल्डकप का असली दौर शुरू हो चुका है,सारी टीमें अपनी कमर कस कर मैदान में उतरने और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए बेताब हैं।लेकिन लगता हैं अपनी टीम इंडिया अभी भी ट्रायल्स ही कर रही हैं और अपने एक-एक खिलाड़ी को बैटिंग करने का सुअवसर प्रदान करना चाहती हैं। कम-से-कम आज के भारत-पाक महामुकाबले में तो यही लग रहा था जब 31 पर चार विकेट गिर गए थे भारत के। ऐसा लग रहा था रोहित और राहुल दोनों प्लान बना कर उतरे थें कि “अपन लोग आज रेस्ट करतें हैं सूर्या,पंड्या,कोहली तो 160 रन यूँ बना लेंगे। “ इसी प्लान को फुलफिल करने के लिए दोनों 4-4 रन के निजी स्कोर पर आराम करने के लिए पेवेलियन लौट गयें। राहुल को पाकिस्तानी पेसर नसीम शाह ने आउट किया वहीं रोहित हारिस रऊफ का शिकार बने। मैच पाकिस्तान की ओर रुख करता लग रहा था कि उम्मीद की एक किरण सूर्या के रूप में दिखी लेकिन 10 गेंद में 15 रन बनाकर वो भी हारिस रऊफ के हाथों अपना सोलर पावर खो बैठे। पेवेलियन में बैठे रोहित-राहुल ने जरूर कहा होगा “हमने इसको कब अपने प्लान में शामिल किया था,लगता है इसका भी मन नहीं हैं खेलने का।” अक्षर पटेल तो नाइंसाफी का शिकार हुए थें उन्हें रन आउट का मारा नहीं कहा जा सकता। इन चार विकेट के जाते ही मैच ने पाकिस्तान की तरफ करवट ले ली थी और लग रहा था कि मैच पकिस्तान के पाले में ही बैठ जाएगा, लेकिन किंग कोहली ने पाकिस्तान से पुरानी दुश्मनी निभाते हुए मैच की रस्सी को मजबूती के साथ पकड़ लिया और उनका साथ हार्दिक ने हार्दिक ख़ुशी से दिया। दोनों ने ना सिर्फ 113 रन की पार्टनरशिप करके मैच को भारत के पाले में बिठाया बल्कि रोहित और राहुल को ये याद भी दिलाया कि दिवाली भारत में चल रही हैं,कोई पाकिस्तान वाले ईद नहीं मना रहें हैं जो तुम खुशी-खुशी मैच उन्हें दिए दे रहें हो। हाँ क्योंकि इन तीनों खिलाड़ियों की वजह से तो ऐसा लग रहा था कि ये लोग पाकिस्तान को ईद मुबारक बोल रहें हैं और तोहफे में t20 वर्ल्डकप की जीत भेंट करना चाह रहें हैं। किंग ने अपनी पारी से भारतीय क्रिकेट फैन्स को हैप्पी दीवाली बोला और साथ ही साथ लोगों को याद भी दिलाया की Once a king always a king , कभी भी उसके किंगडम पर बात आयी तो झुकने वाला नहीं हैं।
53 गेंदों पर किंग कोहली ने 82 रन नाबाद रहते हुए बनाए और मैच को जीत के ही माने। नो बॉल पर सिक्स मारकर फ्री हिट पर बोल्ड हुए कोहली ने 3 रन और बनाए,बाकी का काम तो पाकिस्तान के गेंदबाज नवाज ने वाइड डालकर कर दिया। अश्विन ने आखिरी गेंद को मिड ऑफ की तरफ खेलकर जीत की औपचारिकता पूरी कर दी।
टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने के रोहित शर्मा के निर्णय को अर्शदीप सिंह ने जिन्होंने बाबर आजम,रिजवान और आसिफ का विकेट लेकर सही साबित किया उनका साथ पांड्या और शमी ने बखूबी निभाया। इनकी धारदार गेंदबाजी के बावजूद भारत को जीतने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा भला हो विराट का जिन्होंने विराट संयम दिखाते हुए विराट पारी खेली। लेकिन क्या एक विराट और पांड्या के दम पर भारत वर्ल्डकप जीत पायेगा?
भारत-पाक के इस मुकाबले से तो साफ हो गया हैं कि खिलाड़ी अगर इसी तरह अपनी खराब फॉर्म का प्रदर्शन करते रहें तो वो दिन दूर नहीं जब वर्ल्डकप खत्म होने से पहले टीम इंडिया घर के लिए रवाना हो चुकी होगी और हम फिर से नाउम्मीद हो चुके होंगे।
भारतीय टीम के हर खिलाड़ी को समझना होगा कि टीम को सिर्फ अर्शदीप या विराट की ही जरुरत नहीं हैं बल्कि अगर वर्ल्डकप चाहिए तो भारतीय टीम को 1 से लेकर 11 नंबर के प्लेयर तक की जरुरत हैं। इंडिया को जितनी जरुरत पंड्या की हैं उतनी ही जरुरत राहुल की भी, जितनी जरुरत कोहली की है उतनी जरुरत रोहित की भी, जितनी जरुरत अर्शदीप की है उतनी ही जरुरत अक्षर की भी। जब सारे प्लेयर्स अपनी ये जरुरतें समझ जाएँगे तो आप ही आप परफॉर्मेन्स बेहतर हो जाएगा। टीम को अब ये समझना होगा कि भले ही शुरूआती मैच किसी खिलाड़ी के नाम हो सकता हैं लेकिन फाइनल में ट्रॉफी एक पूरी टीम उठाती हैं।
भारत को जरुरत है अब एक टीम वर्क की क्योंकि एक भी हार बड़ा उलटफेर कर सकती हैं, और उलटफेर कितना घातक हो सकता हैं वो हम वेस्टइंडीज की टीम को देख कर लगा ही सकते हैं।
तो किंग कोहली को थैंक्स बोलते हुए टीम इंडिया हम इतना ही चाहते हैं जीत हो कि हार हो हम हमेशा आपके साथ हैं लेकिन जो हार भी हो ना तो ऐसी हो कि जीतने वाली टीम भी सोच में पड़ जाए कि जीता कौन? और हाँ आज किंग कोहली ही नहीं बल्कि भारत का लक भी भारतीय टीम के साथ था, आज का दिन था भारत का इसीलिए भारत ने कांटे की टक्कर में जीत हासिल कर ली लेकिन आगे याद रखना होगा कि एक कान्धे पर तो अर्थी भी नहीं उठती ये तो फिर वर्ल्डकप हैं जिसपर सारी दुनिया के क्रिकेटप्रेमियों का भार हैं।
Well done Virat 👍
❤️🇮🇳🏏
King is always King 👑