एक पत्थर को तबियत से उछालो यारो

 ये जो शहतीर है पलकों पे उठा लो यारो                           ऐसा तरीक़ा भी निकालो यारो। दर्दे दिल वक़्त को पैग़ाम भी पहुँचाएगा,                          क़बूतर को ज़रा प्यार से पालो यारो। लोग हाथों में … Read more

क्यों इतने आक्रामक होते जा रहें हैं मासूम से ये बेजुबान? कैसे दूर करें अपने pet की एंग्जायटी ?

 लखनऊ जुलाई 12 को 80 वर्षीय महिला अपने दो पालतू डॉग्स को खाना खिलाने  बाद छत पर टहलाने ले गई थी। अचानक से उनमे से ब्राउनी नाम की पिटबुल नस्ल की डॉग ने आक्रमक होकर अपनी मालकिन पर हमला कर दिया और उसे तब तक नोचा जबतक शरीर से मांस को अलग नहीं कर दिया। … Read more

भारतीय टीम के खराब प्रदर्शन की ये है मुख्य वजह!

 मेरे पास दो खबरें हैं कल के मैच से जुड़ी हुई पहली ये की अपने किंग कोहली वापस से फॉर्म में आ गए हैं कल उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 44 गेंदों में 60 रन ठोके वो भी तब जब टीम को इसकी सख्त जरुरत थी। दूसरी खबर ये कि king का अर्धशतक भी भारत को … Read more

प्रेम करने वाले हर व्यक्ति में अवश्य होनी चाहिए ये एक आदत Because love needs attention.

 जब एक स्त्री प्रेम में पड़ती हैं तो अपने प्रेम पर पूरा हक़ चाहती है वह चाहती है कि सामने वाले व्यक्ति पर जिसे वो प्यार करती है उतना ही अधिकार स्थापित करें जितना एक माँ अपने बच्चे पर। सिर्फ अधिकार जताना ही उसे अच्छा नहीं लगता बल्कि वो चाहती है की उसका प्रेमी भी … Read more

क्या सच में लगती है नज़र? क्या विज्ञान भी इसे सच मानता हैं?

 अगर आपके घर में छोटे बच्चें हैं तो आपने जरूर देखा होगा कि घर के बुजुर्ग उनको बाहर ले जाने से पहले काला टीका लगवाते हैं या गले में ताबीज डलवा देतें हैं, तैयार होती दुल्हन के कान के पीछे माँ या मासी काजल का टीका लगा देतीं हैं, गाँव में आज भी गर्भवती स्त्री … Read more

Boycott culture पर क्या बोलें बॉलीवुड सेलेब्स? कबसे चला आ रहा है फिल्मों के बहिष्कार का चलन?

आजकल इंडिया में काफी बड़ा आंदोलन चल रहा है ,इस आंदोलन के कार्यकर्ता धूप में नहीं निकलते , लाठियां नहीं खाते, जख्मी नहीं होतें बल्कि घर में ही कमरे में पड़े हुए एक एक कर दिमाग में नायब किस्म की बेहूदगी इजाद करतें हैं और उसे सोशल मीडिया पर उंडेल देतें हैं ताकि अपने निम्न … Read more

क्यों मार देतीं हैं माँएं अपने ही बच्चों को? क्या विवाहेतर सम्बन्ध ही कारण है या कुछ अन्य भी कारण हैं …?

 इसलिए ना चल सका कोई खंजर मुझपर…                       मेरी शह-रग पे मेरी माँ की दुआ रखी थी।     – नजीर बाकरी  माँ..! एक शब्द नहीं अहसास है ऐसा अहसास जिसकी अनुभूति दुनिया के बड़े से बड़े सुखों से नहीं की जा सकती है। भारतीय धर्मग्रंथों ने … Read more

‘हर घर तिरंगा’ नए भारत के नए कारोबार की नई शुरुआत।

 व्हाट्सएप डीपी सिर्फ प्रोफाइल को सुंदर दिखाने भर का जरिया मात्र नहीं है। एक प्रोफाइल डीपी वो बात कह जाती है जो हम शब्दों में नहीं कह पाते यूँ समझ लीजिये आज के डिजिटल युग का लेटर होती हैं ये डीपीज़। प्रेम में नया-नया पड़ा आशिक दिन में 3-4 बार डीपी change करता हैं , … Read more

कहाँ जातीं हैं ये घर से भागी हुई लड़कियां…..?

 हिंदी के लेखक आलोक धन्वा की एक बहुत मशहूर कविता, जोकि अंतराष्ट्रीय स्तर भी काफी प्रसिद्ध हुई जिसका नाम था “भागी हुई लड़कियां ।” इस कविता में एक अटल सत्य से भरी हुई पंक्ति आती है, ” वह कोई पहली लड़की नहीं है जो भागी है और ना वह अंतिम लड़की होगी।” इसी एक लाइन … Read more

रजत पदक नहीं, रजत तिलक कहिए जनाब…. Women in blue 😎

 बर्मिंघम में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों में भारत लगातार सर ऊँचा करने के साथ-साथ सीना भी चौड़ा कर रहा है। वेटलिफ्टिंग , कुश्ती, हॉकी जैसे खेलों में झंडे गाड़ने के साथ-साथ पहली बार इस इवेंट में शामिल महिला क्रिकेट में भी परचम लहराया है। महिला टीम ने चांदी जीतकर देश की उन लड़कियों की चांदी … Read more