कभी-कभी दुश्मन का चले जाना भी बहुत दर्द देता है।
न कोई ख्वाब साथ चलता है न कोई मंजिल ही ठिकाना है। चार लोगों का कंधा है और श्मशान तक जाना है। –Awa मैं एक जिन्दगीपसन्द लड़की हूँ कभी न मौत के बारे में सोचती हूँ न कहती हूँ लेकिन कमाल है ना,कि मुझे आज मौत पर ही लिखना पड़ रहा है। आज सुबह मेरे … Read more