“मुझे तुमसे मुहब्बत थी ” -निदा फाज़ली।

                    “मुझे तुमसे मुहब्बत थी ” -निदा फाज़ली।  एक ख़त  तुम आईने की आराइश में जब खोई हुई सी थीं   खुली आँखों की गहरी नींद में सोई हुई सी थीं  तुम्हें जब अपनी चाहत थी  मुझे तुमसे मुहब्बत थी ।   तुम्हारे नाम की ख़ुशबू से … Read more