दुनिया का सबसे खतरनाक जानवर आप किसे मानते हैं? शेर को,बाघ को, मगरमच्छ या अनाकोंडा को? इनमें से किसी भी जानवर को आप चाहे जितना भयानक और खतरनाक माने लेकिन मैं यहाँ जिस जानवर की बात करने जा रही हूँ वो इन सब से भी खतरनाक है। इंसान….जी हाँ इंसान यानि हम और आप। ऐसे तो हर इंसान के अंदर थोड़ा-बहुत जानवर छिपा ही रहता हैं लेकिन कुछ इन्सानों में इतना ज्यादा जानवरपन होता हैं कि उन पर आदमियों जैसी खाल ना हो तो कोई भी उन्हें आदमखोर जानवर ही समझ ले। ऐसे जानवर जो हमारे आपके बीच ही रहते हैं लेकिन फिर भी हम नहीं पहचान पाते। इसीलिए कॉलोनी के गेट पर जो Animals not allowed का बोर्ड लगा होता हैं उसके पास खड़ा चौकीदार भी इन Suited-buted जानवरों को नहीं रोक पाता।
अभी हालिया घटना दिल्ली की है जिसमें मुझे समझ नहीं आया कि इंसान कौन है और जानवर कौन? दिल्ली के एक कॉलेज के 25 छात्रों ने जानवरपन की सारी हदें पार कर दी। उन्होंने कॉलेज कैम्पस में आने वाली एक प्रेग्नेंट डॉग को चारों तरफ से घेर कर लाठी-डंडो से बेरहमी से पिटाई की उसके बाद उसे घसीट कर कहीं फेक आए। सोशल मीडिया पर जो वीडिओ मैंने देखा उसमें दिख रहा हैं कि कैसे वो बेजुबान टीन शेड के नीचे छिपकर खुद को और अपने होने वाले बच्चों को बचाने की कोशिश कर रही थी और और इंसानी फॉर्म में कुछ लड़के लाठी लिए उसे निकाल रहें थें।उसे निकालने के बाद उसे तब तक मारा जब तक हो मर नहीं गई। अगर इस घटना का वीडिओ आपको सोशल साइट्स पर दिखें तो देखिएगा जरूर ताकि आप पता कर सके कि कहीं आपके अंदर तो ऐसा कोई जानवर नहीं छुपा है?
दूसरी घटना तो और भी वीभत्स और बर्बर जोकि गाज़ियाबाद की हैं। वहाँ पर दो युवकों ने रोज़-रोज़ घर में घुस आने पर एक स्ट्रीट डॉग को फांसी पर ही लटका दिया। पहले उन्होंने कुत्ते को जंजीर से लटका दिया उसके बाद दोनों ने मिलकर एक रस्सी से पूरी ताकत लगाकर उसका गला कस दिया।
तीसरी घटना में तो खुद मेनका गाँधी को आगे आना पड़ा था एक छोटे से पिल्ले को एक सफ़ेद कोट वाले जानवर से बचाने के लिए। एक डॉक्टर जो कि लोगों के लिए देवता का काम करता हैं वहीं अपने अंदर के हैवान को रोक नहीं पाया जब एक छोटा पिल्ला रोज़-रोज़ उसके घर आने लगा। डॉक्टर ने एक दिन उस पिल्ले को अपनी कार के पीछे बाँध कर 5 किलोमीटर तक घसीटा। राहगीरों ने जब उसे घेर कर रोका तो वो उन्हीं पर रौब ज़माने लगा यहाँ तक कि पिल्ले के लिए जो एम्बुलेंस बुलाई जा रही थी उसे भी रुकवा दिया।तब खुद मेनका गाँधी ने पुलिस को फोन कर आरोपी डॉक्टर को पकड़वाया और पिल्ले के पैर और बदन की सारी खाल सड़क पर घिस जाने की वजह से उसे तुरंत पास के हॉस्पिटल भी भिजवाया। आरोपी डॉक्टर का कहना है कि उस पपी ने उसकी बेटी को काटा था। लेकिन मैं सोच रही हूँ कि वो तो जानवर था उसके पास दिमाग नहीं था डर और भूख से उसने वहीं किया जो समझ आया ,लेकिन डॉक्टर तो इंसान था उसके पास दिमाग था…..सॉरी..सॉरी….सॉरी अगर इंसान होता या दिमाग होता तो कोई जानवरों वाली हरकत कैसे कर सकता था भला। चलिए ये तो हुए छोटे-मोटे जानवर,वो भी सिर्फ जानवर। अब अगर आप एनिमल लवर हैं तो आगे का ब्लॉग बहुत संभाल के पढ़े क्योंकि इसे पढ़ते हुए कभी आपको बेहद गुस्सा आ सकती है तो आप खुद पर शर्म भी महसूस कर सकते है और आगे पढ़ने पर आपका मन भी विचलित हो सकता हैं।
लड़कियों से रेप के केसेज आप रोज़ ही सुनते हैं, हफ्ते एक-आध हफ्ते मे लड़कों से रेप केस भी सुनाई ही पडते होंगे लेकिन जानवरों से रेप के कितने केसेज सुनते है आप? 2019 में हरियाणा में 8 लोगों को गर्भवती बकरी से रेप के इल्जाम में गिरफ्तार किया गया था। बकरी के मालिक असूल ने धारा-377 के तहत fir करवाई थी। बकरी की गर्भावस्था के चार महीने पूरे हो चुके थे और कुछ ही वक्त बाद वो अपने बच्चों को जन्म देने वाली थी। दिल्ली के एक युवक ने जिसकी एक प्यारी सी फैमिली भी थी दो बेटियां और बीवी। उनकी परवाह किये बिना उसने 7 महीने की पपी के साथ रेप किया और फिर उसे बोरे में भरकर फेंक आया। आंतरिक चोटों और बहुत ज्यादा खून बह जाने की वजह से उसे बचाया नहीं जा सका। मुंबई में आकाश नाम के फूड डिलीवरी बॉय को एक स्ट्रीट डॉग से रेप करते हुए पकड़ा गया। जांच में पता चला कि युवक काफी दिनों से ऐसा कर रहा हैं। कुत्ते को जब मनोचिकित्सकों के पास ले जाया गया उस वक्त वो काफी डरी और बीमार थी। अप्रैल 2022, महाराष्ट्र में सह्याद्रि टाइगर रिजर्व पार्क में एक मात्र मोनीटरिंग छिपकली को पार्क में चुपके से घुसे युवकों ने गैंगरेप करके मार दिया और उसके बाद उसे भून कर खा गए।
उत्तरी चन्दनपिंडी में एक युवक को गर्भवती गाय से रेप के इल्जाम में पकड़ा गया। काफी चोट और अत्याधिक रक्तस्राव होने की वजह से गाय को बचाया नहीं जा सका। 2019 नागपुर में 100 से अधिक कुत्तों को ज़हर देकर मार दिया गया था। अक्टूबर 2022 आंध्रप्रदेश के जीसएल मेडिकल कॉलेज में 12 कुत्तों के शव बरामद हुए जिनमें से तो पपी थे। मरने से पहले उन्हें कार में बांधकर कॉलेज परिसर में घसीटा गया उसके बाद उन्हें गोली मार दी गई। ऐसे ही ना जाने कितने केस हैं जिन्हें अगर मैं लिखने बैठू तो शायद हफ्ते या महीने भी कम पड़े और अगर आप पढ़ने बैठे तो इंसान होने पर आपको शर्म आने लगे। इसलिए मैं इस तरह के केसेज का एक मोटा आंकड़ा आपको बताऊँ तो 2010 से 2020 के दशक में 4,93,917 यानि लगभग 5 लाख जानवरों को मारा गया हैं, रेप किया गया हैं, चोट पहुँचाई गई हैं और उनके अंगों को छतिग्रस्त किया गया है। (FIAPO and ACGS की रिपोर्ट के अनुसार।)
इतना पढ़ने के बाद क्या आप ऐसे लोगों को इंसान कहना पसंद करेंगे? या जानवर के साथ दरिंदा और हैवान शब्द भी जोडेंगे? अभी तक आप अपने घर के बच्चों और लड़कियों की सुरक्षा के लिए परेशान थे लेकिन इसे पढ़ने के बाद आप अपने घर के पेट के लिए चिंतित नहीं होंगे? सिर्फ वरुण धवन(फिल्म में) ही नहीं हर इंसान के अंदर कोई ना कोई जानवर छुपा हुआ होता हैं किसी के अंदर मासूम सा खरगोश सा, तो किसी के अंदर भेड़िये से भी खतरनाक। कभी-कभी जब इंसान का वो जानवर बाहर आ जाता हैं तो सारा जानवरपन, सारी दरिंदगी सारी बर्बरता उसके सामने घुटने टेक देती हैं।उस वक्त उन्हें जानवर कहना जानवरों की तौहीन होती हैं।
Wait for part-2
Thanks for reading 🙏🙏
Speechless 😶