चाँद का रूप

  नील गगन में तैर रहा है, उजला-उजला पूरा चाँद किन आँखों से देखा जाये, चंचल चेहरे जैसा चाँद  मुन्नी की भोली बातों-सी, चटकीं तारों की कलियाँ पप्पू की ख़ामोश शरारत-सा छुप-छुप कर उभरा चाँद मुझसे पूछो कैसे काटी मैंने परबत जैसी रात तुमने तो गोदी में लेकर घंटों चूमा होगा चाँद परदेसी सूनी आँखों … Read more

इतवार वाली आँखें

दरवाज़े पर निगाह टिकाए बैंठी है, इन्तजार वाली आंखें, आना नहीं है ये गर मुंह से बोल नहीं सकते तो कम-से-कम दिखा दो इन्कार वाली आंखें,, हाय!अपना कितना वक्त बर्बाद करती हैं वो दो बेकार वाली आंखें … शरारतें, शराफतें, मोहब्बतें इनमें हमारे लिए ! जाइए, ले जाइए ये उधार वाली आंखें देखिए !न देखिए … Read more

That voice from heart.

 वो आवाज़ मैंने आवाज़ दी तुम ने सुनी नहीं तुम ने आवाज़ भेजी मुझे मिली नहीं दुनिया ने आवाज़ फेंकी मुझ पर गिरी नहीं अब इक आवाज़ ढूँढ़ रहा हूँ ख़ुद में उतर कर जिस में मैं कह दूँ और तुम सुन लो इस एहतियात के साथ कि दुनिया समझे न अन्दर बहुत फिसलन है … Read more

‘सरकारी साहब’ को लिखा हुआ अधूरा खत।

 ये माना आपकी सरकार है साहब …. पर चैन से जीने का हमें भी अधिकार हैं साहब , 👉 hindusthan hi to hai. 👉 वंश नहीं चलता कान्हा। आप गाएं तरह-तरह के झूठे गीत तो वाहवाही …. हम जो दो सच्चे बोल कहें तो हंगामा …. ये तो बड़ा अत्याचार है साहब ,, अन्दर वालों … Read more

हिंदुस्तान ही तो है ! कुछ कड़वा मगर सच।

 अरे कैसे न गलती करे इन्सान ही तो है ,  ये एशो-आराम, ये रुतबा जाएगा कैसे नहीं …            मेहमान ही तो है ,, हाँ जानते हैं मुंह से उल्टा-सीधा निकल जाता है यार ! फिसल जाती है जबान ही तो है , कब-तक बढ़ती महंगाई पर आह न भरोगे ? … Read more

“वंश नहीं चलता कान्हा” राधा की अनकही पीड़ा।

राधा होना कितना दुरूह         तुम ने आकर पूछा होता                                              मटमैले इस जमुना-जल से                                    … Read more

एक पत्थर को तबियत से उछालो यारो

 ये जो शहतीर है पलकों पे उठा लो यारो                           ऐसा तरीक़ा भी निकालो यारो। दर्दे दिल वक़्त को पैग़ाम भी पहुँचाएगा,                          क़बूतर को ज़रा प्यार से पालो यारो। लोग हाथों में … Read more

प्रेम करने वाले हर व्यक्ति में अवश्य होनी चाहिए ये एक आदत Because love needs attention.

 जब एक स्त्री प्रेम में पड़ती हैं तो अपने प्रेम पर पूरा हक़ चाहती है वह चाहती है कि सामने वाले व्यक्ति पर जिसे वो प्यार करती है उतना ही अधिकार स्थापित करें जितना एक माँ अपने बच्चे पर। सिर्फ अधिकार जताना ही उसे अच्छा नहीं लगता बल्कि वो चाहती है की उसका प्रेमी भी … Read more