What is the god? भगवान हैं भी अगर हैं तो कैसा हैं?

 नवरात्र चल रहें हैं पूरे देश में आस्थामयी माहौल हैं। लोग अपनी-अपनी आराध्य देवियों को खुश करने में लगे हैं।जगह-जगह पर रामलीलाएं आयोजित की जा रही हैं और दशहरे के दिन रावण की मृत्यु के साथ अधिकतर रामलीलाएं समाप्त हो जाएँगी और चारों तरफ भगवान राम के नाम का उदघोष होगा और साथ ही साथ … Read more

हँसी-हँसी में दुखांत प्रेम की गवाह बनी मक्रील।

 गरमी का मौसम था। ‘मक्रील‘ की सुहावनी पहाड़ी। आबोहवा में छुट्टी के दिन बिताने के लिए आई संपूर्ण भद्र जनता खिंचकर मोटरों के अड्डे पर जहां पंजाब से आने वाली सड़क की गाड़ियां ठहरती हैं एकत्र हो रही थी। सूर्य पश्चिम की ओर देवदारों से छाई पहाड़ी की चोटी के पीछे सरक गया था। सूर्य … Read more

कवि का हृदय देख डरी स्वर्ग की अप्सरा।

 चांदनी रात भगकि विष्णु मन-ही-मन सोच रहे थें – मैं विचार करता था कि मनुष्य सृष्टि का सुंदर निर्माण है किंतु मेरा विचार भ्रामक सिद्ध हुआ । कमल के फूल को, जो वायु के झोंकों से हिलता है, मैं देख रहा हूं कि संपूर्ण जीव-मात्र से परिपूर्ण और सुंदर है। पंखुड़ी अभी तक चमक रही … Read more

“वंश नहीं चलता कान्हा” राधा की अनकही पीड़ा।

राधा होना कितना दुरूह         तुम ने आकर पूछा होता                                              मटमैले इस जमुना-जल से                                    … Read more

एक पत्थर को तबियत से उछालो यारो

 ये जो शहतीर है पलकों पे उठा लो यारो                           ऐसा तरीक़ा भी निकालो यारो। दर्दे दिल वक़्त को पैग़ाम भी पहुँचाएगा,                          क़बूतर को ज़रा प्यार से पालो यारो। लोग हाथों में … Read more

और …. मैं हार गई!

 हिंदी साहित्य की एक अद्भुत लेखिका, भारतीय दुर्दशा की घोर चिंतक और स्त्री हृदय की ज्ञाता मन्नू भंडारी जो ना सिर्फ एक बेहतरीन लेखिका थी वरन एक राजनीतिक विश्लेशक भी थी।उनके लिखे उपन्यास “महाभोज” में उनकी राजनैतिक समझ पूरे विश्व को प्रभावित कर चुकी है। उन्होंने बहुत सारी सामाजिक कहानियों के साथ साथ कुछ राजनैतिक … Read more

ब्राउन साहब की कोठी’ का राज last part

अभी तक आपने पढ़ा की एक युवा, रंजन को जिसे पुरानी किताबें खरीदने का शौक है उसे एक डायरी मिली थी। जो की एक अंग्रेज की थी जिसमें उसने साइमन के भूत का जिक्र किया था। उस भूत को देखने की लालसा में रंजन अपने दो दोस्तों अनीक और mr. बनर्जी के साथ उसी अंग्रेज … Read more

ब्राउन साहब की कोठी का राज part-2

आप पढ़ रहें हैं प्रख्यात बांग्ला साहित्य के साहित्यकार सत्यजित रे की कहानी , ब्राउन साहब की कोठी। जो की एक सस्पेन्सिव,हॉरर स्टोरी हैं। सत्यजित रे को जितना कालजयी फिल्मों के लिए जाना जाता हैं,उतना ही नाम उनका भूतिया कहानी लिखने के लिए प्रसिद्ध हैं। यह दूसरी भूतिया कहानी है उनकी जो मैं आप तक … Read more

ब्राउन साहब की कोठी’ का राज

पिछली बार मैंने आपको महान फिल्म निर्देशक सत्यजित रे की लिखित कहानी” फ्रिंस ” सुनाई थी। आज उन्हीं के द्वारा रचित एक दूसरी कहानी भी आप लोगों को सुनाने जा रही हूँ। यह कहानी भी उतनी ही रोमांचक, डरावनी , और भयानक हैं जितनी की पिछली कहानी फ्रीन्स थी। कैसे तीन युवा भूत देखने के … Read more

जब …नारद मुनि को होना पड़ा रिश्वतखोरी का शिकार…. part 2

मैं आप लोगों को भ्रष्टाचारी और घूसखोरी के मकडजाल की मजबूती दिखाते हुए, हरीशंकर परसाई रचित “भोलाराम का जीव” कहानी सुना रही हूँ। जिसमें देवलोक से भोलाराम की आत्मा ढूंढने पृथ्वी पर आए हुए नारद मुनि को भी भोलाराम की पेंशन के कागज पर “वेट” रखना पड़ता है। यूँ तो यह कहानी कल्पना मात्र है … Read more