चाँद का रूप

  नील गगन में तैर रहा है, उजला-उजला पूरा चाँद किन आँखों से देखा जाये, चंचल चेहरे जैसा चाँद  मुन्नी की भोली बातों-सी, चटकीं तारों की कलियाँ पप्पू की ख़ामोश शरारत-सा छुप-छुप कर उभरा चाँद मुझसे पूछो कैसे काटी मैंने परबत जैसी रात तुमने तो गोदी में लेकर घंटों चूमा होगा चाँद परदेसी सूनी आँखों … Read more

Son an emotional story of a mother

 कम उम्र में अधिक प्रसिद्धि पाने वाले इस संसार में नाममात्र के दो-चार लेखक ही हुए हैं, उनमे भी “माँ” उपन्यास के लेखक मैक्सिम गोर्की को सर्वश्रेष्ठ स्थान दिया जा सकता हैं।जो ना सिर्फ एक क्रान्तिकारी लेखक थे बल्कि एक युगदृष्टा भी थें। आज के इस ब्लॉग में इसी रशियन लेखक की कहानी लायी गई … Read more

That voice from heart.

 वो आवाज़ मैंने आवाज़ दी तुम ने सुनी नहीं तुम ने आवाज़ भेजी मुझे मिली नहीं दुनिया ने आवाज़ फेंकी मुझ पर गिरी नहीं अब इक आवाज़ ढूँढ़ रहा हूँ ख़ुद में उतर कर जिस में मैं कह दूँ और तुम सुन लो इस एहतियात के साथ कि दुनिया समझे न अन्दर बहुत फिसलन है … Read more

कहानी एक युवती,एक पेंटर और पाँच सेंट की बासी डबलरोटी की

 कुमारी मार्था मीकम कोने वाली एक छोटी सी बेकरी चलाती है। वह, जहा आप तीन सीढ़ियां चढ़कर जाते हैं और द्वार खोलने पर घंटी बजती है।कुमारी मार्था चालीस वर्ष की थी। उसकी बैंक की पासबुक से दो हजार डॉलर जमा का पता लगता था की उसके दो नकली दांत थे और एक सहानुभूति से भरा … Read more

हँसी-हँसी में दुखांत प्रेम की गवाह बनी मक्रील।

 गरमी का मौसम था। ‘मक्रील‘ की सुहावनी पहाड़ी। आबोहवा में छुट्टी के दिन बिताने के लिए आई संपूर्ण भद्र जनता खिंचकर मोटरों के अड्डे पर जहां पंजाब से आने वाली सड़क की गाड़ियां ठहरती हैं एकत्र हो रही थी। सूर्य पश्चिम की ओर देवदारों से छाई पहाड़ी की चोटी के पीछे सरक गया था। सूर्य … Read more

कवि का हृदय देख डरी स्वर्ग की अप्सरा।

 चांदनी रात भगकि विष्णु मन-ही-मन सोच रहे थें – मैं विचार करता था कि मनुष्य सृष्टि का सुंदर निर्माण है किंतु मेरा विचार भ्रामक सिद्ध हुआ । कमल के फूल को, जो वायु के झोंकों से हिलता है, मैं देख रहा हूं कि संपूर्ण जीव-मात्र से परिपूर्ण और सुंदर है। पंखुड़ी अभी तक चमक रही … Read more

“वंश नहीं चलता कान्हा” राधा की अनकही पीड़ा।

राधा होना कितना दुरूह         तुम ने आकर पूछा होता                                              मटमैले इस जमुना-जल से                                    … Read more

प्रेम करने वाले हर व्यक्ति में अवश्य होनी चाहिए ये एक आदत Because love needs attention.

 जब एक स्त्री प्रेम में पड़ती हैं तो अपने प्रेम पर पूरा हक़ चाहती है वह चाहती है कि सामने वाले व्यक्ति पर जिसे वो प्यार करती है उतना ही अधिकार स्थापित करें जितना एक माँ अपने बच्चे पर। सिर्फ अधिकार जताना ही उसे अच्छा नहीं लगता बल्कि वो चाहती है की उसका प्रेमी भी … Read more

‘हर घर तिरंगा’ नए भारत के नए कारोबार की नई शुरुआत।

 व्हाट्सएप डीपी सिर्फ प्रोफाइल को सुंदर दिखाने भर का जरिया मात्र नहीं है। एक प्रोफाइल डीपी वो बात कह जाती है जो हम शब्दों में नहीं कह पाते यूँ समझ लीजिये आज के डिजिटल युग का लेटर होती हैं ये डीपीज़। प्रेम में नया-नया पड़ा आशिक दिन में 3-4 बार डीपी change करता हैं , … Read more

Love knows no gender….

दुनिया की सबसे pure feeling क्या है? प्रेम,प्यार ,इश्क़ , love… है ना! इसके बिना व्यक्ति अधूरा और दुनिया आधी सी लगती हैं। जब आप को प्यार होता है किसी से तो दिल कहता है It’s all right. कुछ भी गलत ही नहीं लगता प्यार में। क्योंकि , प्यार कभी गलत नहीं होता ये ऐसी … Read more