कुमार विश्वास की कविता “साल मुबारक”कुमार विश्वास की कविता “साल मुबारक”
बाँटने वाले उस ठरकी बूढ़े ने दिन लपेट कर भेज दिए हैं नए कैलेंडर की चादर … Read more
बाँटने वाले उस ठरकी बूढ़े ने दिन लपेट कर भेज दिए हैं नए कैलेंडर की चादर … Read more
अपनी नौकरी के शुरुआती दौर में ही पोस्टमास्टर को उलापुर गांव आना पड़ा था । जो अन्य भारतीय गांवों की भांति ही था । एक नील-कोठी नजदीक ही थी । जिसके मालिक ने बड़ी कोशिश-सिफारिशें करके, यह नया पोस्ट ऑफिस खुलवाया था। गांव के पोस्टमास्टर कलकत्ता के रहने वाले थे । जल से निकलकर सूखे … Read more
अखबार के लिए जिन विशेष लेखों को मैं प्रस्तुत करता था उन्हें रेखांकित करते कुछ मामूली से चित्र मैं यदा-कदा बनाया करता था और व्यावहारिक रूप से, मैं कला विभाग में परिचित हो गया था। इस प्रकार मेरी क्ले के साथ जान-पहचान हुई। क्ले प्रोफ़ेशन से संबंधित कोई मशीनी कार्य करता था । वह लांगरी … Read more
‘गिरी-पथ में हिम वर्षा हो रही है, इस समय तुम कैसे यहाँ पहुंचे? किस प्रबल आकर्षण से तुम खिंच आये?’ खिड़की खोलकर एक व्यक्ति ने पूछा। अमल-धवल चन्द्रिका तुषार से घनीभूत हो रही थी। जहाँ तक दृष्टि जाती है, गगनचुम्बी, शैल-शिखर, जिन पर बर्फ का मोटा लिहाफ पड़ा था। ठिठुरकर सो रहे थे। ऐसे ही … Read more
क्रिसमस का दिन था, सांझ ढल चुकी थी । मारिया भट्ठी पर बहुत देर से खर्राटे भर रही थी। लैम्प का सारा कैरोसिन जल चुका था, पर फ्योदर नीलोव अभी तक बैठा काम कर रहा था। उसका बहुत मन कर रहा था कि काम बन्द कर दे और बाहर जाये, पर दो हफ़्ते पहले कलाकोलनी … Read more
देखा गया हूँ मैं कभी सोचा गया मैं। अपनी नज़र में आप तमाशा रहा हूँ मैं मुझसे मुझे निकाल के पत्थर बना दिया … Read more
नए साल को अब कुछ ही टाइम बचा है लोगों की घड़ी ने काउन्टडाउन करना शुरू कर दिया है,डायरियों ने अपने भीतर नए-नए वादें रखनें शुरू कर दिए हैं,पार्टी की तैयारियां जोरों-शोरों से चल रहीं हैं। सभी नए साल के स्वागत में पलकें बिछाएं बैठें हैं। लेकिन इन सब के बीच हमें ये भी तो … Read more
पहाड़ी देहात, जंगल के किनारे के गाँव और बरसात का समय! वह भी उषाकाल! बड़ा ही मनोरम दृश्य था। रात की वर्षा से आम के वृक्ष सराबोर थे। अभी पत्तों से पानी ढुलक रहा था। प्रभात के स्पष्ट होने पर भी धुंधले प्रकाश में सड़क के किनारे आम्रवृक्ष के नीचे बालिका कुछ देख रही थी। … Read more
24 दिसम्बर को जब सभी नई उम्मीद, नई आशा के साथ जीवन में कुछ नया मिलने की आहट से खुश होकर सेंटा का इंतजार कर रहें होतें हैं, ठीक उसी दिन टीवी इंडस्ट्री की जानी-मानी अभिनेत्री तुनिशा शर्मा ने अपनी सारी उम्मीदें खोते हुए अपने मेकअप रूम में सुसाइड कर लिया वो भी तब जब … Read more