‘सूअर के छौने’ अनुपम सिंह
बच्चे चुरा आए हैं अपना बस्ता मन ही मन छुट्टी कर लिये हैं आज , नहीं जाएँगे स्कूल झूठ-मूठ का बस्ता खोजते बच्चे मन ही मन नवजात बछड़े-सा कुलाँच रहे हैं उनकी आँखों ने देख लिया है आश्चर्य का नया लोक बच्चे टकटकी लगाए आँखों में भर रहे हैं अबूझ सौन्दर्य सूअरी ने जने हैं … Read more