” उन आँखों में बुल्लेशाह गाता होगा” बाबूषा कोहली
उन आँखों को कौन सुखा पाता होगा उन आँखों में दरिया सुस्ताता होगा उन आँखों में डूबे जो इक बार कोई उन आँखों से बाहर न आता होगा उन आँखों में एक पहेली उलझी है उन आँखों को रब ही सुलझाता होगा उन आँखों में प्यास भरी है जन्मों की उन आँखों का सावन अब … Read more